गौरोचन की सहायता से भोजपत्र पर लिखें और फिर सदाबहार फूलों के वृक्ष के नीचे शाम के समय गाड़ दें. भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा गारुड तलनम वार भाषइ, लाडि भोजाइ आमि पिशाचि अमुकार (नाम) When combined with the name of your concentrate on particular person, https://www.youtube.com/@Mahavidyabaglamukhi