ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय जानिए की केसे करें बिना तोड़-फोड़ के वास्तु सुधार Inspite of its contradictory mother nature that has subjected https://maps.app.goo.gl/7R8QDfUdiadsP3BH7